हिमाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण स्थान @thesamskara

निश्चित रूप से! यहां हिमाचल प्रदेश में घूमने के लिए शीर्ष 20 स्थानों का संक्षिप्त विवरण : 1. मनाली: एक लोकप्रिय हिल स्टेशन जो अपने लुभावने परिदृश्यों, पैराग्लाइडिंग और स्कीइंग जैसी साहसिक गतिविधियों और सुंदर रोहतांग दर्रे के लिए जाना जाता है। 2. शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी, जो अपनी औपनिवेशिक वास्तुकला, मॉल रोड और…

Read More

हिमाचल के इस मंदिर में होते हैं शत्रुनाशिनी यज्ञ, पांडवों ने की थी स्‍थापना @thesamskara

हिमाचल के इस मंदिर में होते हैं शत्रुनाशिनी यज्ञ, पांडवों ने की थी स्‍थापना घर के वाद-विवाद, बिजनेस-नौकरी से जुड़ी परेशानियां, कोर्ट कचहरी के चक्कर जैसे कई मामले और ऐसे ही कई दूसरी वजहों से बने दुश्मनों से निपटना आसान काम नहीं होता है. इन्हीं से निपटने के लिए कई बार साम-दाम-दंड-भेद जैसी नीतियां अपनानी…

Read More

सच्चियां ज्योता वाली माता ज्वाला देवी जी की गाथा @thesamskara

सच्चियां ज्योता वाली माता ज्वाला देवी जी की गाथा…. ज्वालामुखी मंदिर को जोता वाली का मंदिर और नगरकोट भी कहा जाता है। कालीधर पर्वत की शांत तलहटी में बसे इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहाँ देवी की कोई मूर्ति नहीं है। ज्वालामुखी मंदिर को खोजने का श्रेय पांडवो को जाता है। इसकी गिनती…

Read More

कांगड़ा वाली चामुंडा माता – जहां आज भी शिव-पार्वती करते हैं विश्राम @thesamskara

कांगड़ा वाली चामुंडा माता – जहां आज भी शिव-पार्वती करते हैं विश्राम… माता चामुंडा को देवी दुर्गा का ही एक रूप माना जाता है और देवी दुर्गा हमारे हिंदू धर्म की एक शक्तिशाली और अपार कृपा बरसाने वाली माता के रूप में विख्यात है। हिमाचल प्रदेश की चामुंडा देवी मंदिर में पूजे जाते हैं माता…

Read More

चमत्कारिक है मां ब्रजेश्वरी देवी का मंदिर, हर इच्छा होती है पूरी @thrsamskara

चमत्कारिक है मां ब्रजेश्वरी देवी का मंदिर, हर इच्छा होती है पूरी…. शक्तिपीठों में से एक हिमाचल के कांगड़ा जिले में स्थित ब्रजेश्वरी देवी का मंदिर का प्रसिद्ध है। यहां माता भगवान शिव के रूप भैरव नाथ के साथ विराजमान हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यहां माता सती का दाहिना वक्ष गिरा था। मां का…

Read More

कांगड़ा जिला में स्थित बैजनाथ मंदिर का इतिहास @thesamskara

बैजनाथ मंदिर बैजनाथ में स्थित नागर शैली में बना हिंदू मंदिर है। इसे 1204 ईस्वी में अहुका और मन्युका नामक दो स्थानीय व्यापारियों ने बनवाया था। यह वैद्यनाथ (चिकित्सकों के प्रभु) के रूप में भगवान शिव को समर्पित है। शिलालेखों के अनुसार वर्तमान बैजनाथ मंदिर के निर्माण से पूर्व इसी स्थान पर भगवान शिव के…

Read More